लेखनी प्रतियोगिता -04-Apr-2022 - किताब
जाने ऐसा क्यों होता हैं?
इंसान सोचता है कुछ और,
यहां कुछ और ही होता हैं ।
किस्मत के आगे न जोर कोई चले,
भगवान ने जो लिखा न वो बदले,
लोगों से सुना हैं हमने बहुत,
किस्मत की रेखा होती हैं हाथों में,
तो किताबों में फिर क्या होता हैं ?
किस्मत की किताब में सब हाल बयां होता हैं ।
मेहनत कर ले बंदे क्यों तू रोता हैं ,
शुक्रिया अदा कर ऊपर वाले का,
फिर किस्मत से भी ज्यादा वो देता हैं ।।
प्रतियोगिता हेतु
शिखा अरोरा (दिल्ली)
Reyaan
06-Apr-2022 10:01 AM
👌👏🙏🏻
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Shrishti pandey
05-Apr-2022 10:31 AM
Nice
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Abhinav ji
05-Apr-2022 09:13 AM
Nice👍
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